मैंने जिंदगी से शिकायत अब छोड़ दी है। जो है जैसा है सही है। अब भरोसा टूटे भी तो दोष नहीं देता। लोगों को दुख मिले, दर्द मिले, धोखा मिले या आंसू मिले सब मंजूर है। कोई भरोसा तोड़ जाए तो मेरे लिए यह कोई नई बात नहीं है। यही सोचता हूं जिंदगी है। यह सब तो चलता रहता है। कोई हमसे नफरत करें, धोखा दे या हमें छोड़ जाए। अब तो हमारी आदत हो गई है। जिंदगी रेलवे स्टेशन की तरह है। [संगीत]

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